साल 2024 कारोबार और आर्थिक जगत के लिए उपलब्धियों से भरा रहा, लेकिन इसने हमें कुछ ऐसी हस्तियों से भी दूर कर दिया जिनका योगदान अतुलनीय था। इन महान व्यक्तित्वों की विदाई ने न केवल उनके परिवार और प्रशंसकों को बल्कि पूरे देश को गमगीन कर दिया। आइए जानते हैं उन दिग्गज हस्तियों के बारे में, जिन्होंने इस साल हमें अलविदा कहा।
रतन टाटा: एक महान उद्यमी और समाजसेवी
दुनिया से विदाई: अक्टूबर 2024
रतन टाटा, टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन, अपने कार्यकाल के दौरान देश के सबसे प्रतिष्ठित उद्योगपतियों में से एक रहे। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप का कारोबार 4 अरब डॉलर से बढ़कर 100 अरब डॉलर तक पहुंचा।
महत्वपूर्ण उपलब्धियां:
- टाटा स्टील का अधिग्रहण: 2007 में ब्रिटिश कंपनी कोरस का अधिग्रहण।
- जगुआर और लैंड रोवर: 2008 में इन प्रतिष्ठित ब्रांड्स का अधिग्रहण, जिसने टाटा मोटर्स को वैश्विक पहचान दिलाई।
- सामाजिक योगदान: टाटा नैनो जैसी किफायती कारों से लेकर समाजसेवा में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
नारायणन वाघुल: भारतीय बैंकिंग के अग्रदूत
दुनिया से विदाई: मई 2024
आईसीआईसीआई ग्रुप के संस्थापक नारायणन वाघुल को भारतीय बैंकिंग के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने भारत में कई वित्तीय संस्थानों की नींव रखी।
प्रमुख योगदान:
- आईसीआईसीआई वेंचर्स और क्रिसिल की स्थापना।
- 1981 में बैंक ऑफ इंडिया के सबसे युवा CMD बने।
- पद्म भूषण से सम्मानित।
रामोजी राव: टॉलीवुड के मीडिया टायकून
दुनिया से विदाई: मई 2024
चेरुकुरी रामोजी राव ने टॉलीवुड इंडस्ट्री को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई। उन्होंने रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की, जो दुनिया के सबसे बड़े फिल्म स्टूडियो में से एक है।
प्रमुख उपलब्धियां:
- फिल्म प्रोडक्शन: बाहुबली और आरआरआर जैसी फिल्मों की शूटिंग।
- व्यवसायिक विस्तार: मीडिया, हॉस्पिटैलिटी, और फूड सेक्टर में उल्लेखनीय योगदान।
- सम्मान: पद्म विभूषण से सम्मानित।
बिबेक देबरॉय: अर्थशास्त्र के प्रख्यात विद्वान
दुनिया से विदाई: नवंबर 2024
बिबेक देबरॉय, प्रधानमंत्री के प्रमुख आर्थिक सलाहकार, ने देश की आर्थिक नीतियों को दिशा दी। वे प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष और नीति आयोग के सदस्य भी रहे।
प्रमुख योगदान:
- रेल बजट और केंद्रीय बजट का विलय (2017-18)।
- पद्म श्री से सम्मानित।
- आर्थिक सुधारों में अहम भूमिका।
शशि रुइया: एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक
दुनिया से विदाई: नवंबर 2024
शशि रुइया ने एस्सार ग्रुप को एक बहुआयामी कंपनी के रूप में विकसित किया। उनके नेतृत्व में एस्सार ने निर्माण, तेल और गैस, और ऊर्जा क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया।
प्रमुख योगदान:
- एस्सार ग्रुप की स्थापना (1969)।
- ऊर्जा और निर्माण क्षेत्र में वैश्विक पहचान।
- इंडो-यूएस ज्वाइंट बिजनेस काउंसिल के चेयरमैन।
अमिय कुमार बागची: आर्थिक इतिहासकार
दुनिया से विदाई: दिसंबर 2024
अमिय कुमार बागची, इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज कोलकाता के संस्थापक निदेशक, एक प्रख्यात आर्थिक इतिहासकार थे।
प्रमुख उपलब्धियां:
- 2005 में पद्म श्री से सम्मानित।
- सेंटर फॉर इकोनॉमिक स्टडीज के सह-संस्थापक।
- आरबीआई के प्रोफेसर और निदेशक के रूप में सेवाएं।
साल 2024 में इन दिग्गज हस्तियों की विदाई ने हमें गहरी क्षति दी है। इनके योगदान को आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी। इनकी प्रेरणादायक कहानियां हमें बेहतर करने और समाज के लिए कुछ नया करने की प्रेरणा देती रहेंगी।