बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन की हालिया रिलीज फिल्म ‘बेबी जॉन’ को लेकर काफी चर्चा थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। इस फिल्म में वरुण धवन के साथ वामिका गब्बी और कीर्ति सुरेश जैसे प्रतिभाशाली कलाकार थे। हालांकि, बड़े सितारों और हाई-प्रोफाइल प्रमोशन के बावजूद, फिल्म दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींचने में नाकाम रही। रिलीज के 9 दिन बाद भी फिल्म केवल 36 करोड़ रुपये का कारोबार कर पाई है। आइए जानें फिल्म के फ्लॉप होने के प्रमुख कारण।
फिल्म का निराशाजनक बॉक्स ऑफिस कलेक्शन
‘बेबी जॉन’ ने अपनी शुरुआत बेहद धीमी की और पहले दिन ही उम्मीद से कम कमाई की। बॉक्स ऑफिस ट्रैकर सैकनिल्क के अनुसार, फिल्म ने अपनी रिलीज के नौवें दिन मात्र 1 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, जिससे इसकी कुल कमाई 36.40 करोड़ रुपये तक पहुंची। यह आंकड़ा वरुण धवन जैसे बड़े स्टार की फिल्म के लिए बेहद कम है। जहां बड़े बजट की फिल्में शुरुआती दिनों में ही 100 करोड़ का आंकड़ा छूने की ओर बढ़ती हैं, वहीं ‘बेबी जॉन’ का प्रदर्शन दर्शकों की प्रतिक्रिया का साफ संकेत है।
धीमी और उलझनभरी स्टोरीलाइन
‘बेबी जॉन’ की कहानी दर्शकों को बांधने में असफल रही। फिल्म की स्टोरीलाइन धीमी और कई जगहों पर भ्रमित करने वाली लगी। एक्शन से भरपूर इस फिल्म में रोमांच की कमी महसूस हुई। दर्शक न तो कहानी से जुड़ पाए और न ही भावनात्मक स्तर पर कोई गहराई देख पाए। किसी भी फिल्म की सफलता के लिए उसकी कहानी का दर्शकों से जुड़ाव होना बहुत जरूरी है, लेकिन ‘बेबी जॉन’ इस मामले में चूक गई।
डायरेक्शन में कमी
फिल्म का निर्देशन एटली ने किया है, जो अपनी पिछली फिल्मों में दमदार काम के लिए जाने जाते हैं। लेकिन ‘बेबी जॉन’ में उनका जादू फीका पड़ता दिखा। डायरेक्शन में वो धार नहीं थी, जो दर्शकों को स्क्रीन पर बांधकर रख सके। कहानी को बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया जा सकता था, लेकिन फिल्म का निर्देशन ऐसा प्रभाव छोड़ने में असफल रहा। एक्टर्स का अभिनय बेहतरीन था, लेकिन कमजोर डायरेक्शन के कारण उनकी प्रतिभा भी पूरी तरह उभरकर सामने नहीं आ पाई।
फिल्म की कहानी में नया कुछ नहीं
‘बेबी जॉन’ की सबसे बड़ी कमी इसकी कहानी रही। यह फिल्म बॉलीवुड की अन्य एक्शन फिल्मों जैसी ही लगी, जिसमें कुछ भी नया नहीं था। कहानी में वो ताजगी नहीं थी, जो दर्शकों को रोमांचित कर सके। एक्शन सीन भले ही प्रभावशाली रहे हों, लेकिन कहानी में नयापन न होने के कारण फिल्म अपनी पहचान बनाने में विफल रही। दर्शकों को ऐसा लगा जैसे वे पहले भी ऐसी कहानियां देख चुके हैं।
दर्शकों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी
वरुण धवन जैसे बड़े स्टार और एटली जैसे डायरेक्टर की जोड़ी से दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं। फिल्म का प्रचार-प्रसार भी बड़े पैमाने पर किया गया, जिससे फिल्म को लेकर दर्शकों में उत्साह था। लेकिन जब दर्शक फिल्म देखने पहुंचे, तो उन्हें निराशा हाथ लगी। अच्छी स्टार कास्ट और बड़े बजट के बावजूद फिल्म अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रही।
Baby John के फ्लॉप होने का सबक
‘बेबी जॉन’ के प्रदर्शन से यह साफ होता है कि केवल बड़े सितारे और एक्शन सीन फिल्म की सफलता की गारंटी नहीं हैं। दर्शक अब ऐसी फिल्मों की तलाश में रहते हैं, जो कहानी और प्रस्तुति में कुछ नया और अनोखा लेकर आएं। ‘बेबी जॉन’ इस पहलू पर कमजोर साबित हुई।
आगे की राह
फिल्म के फ्लॉप होने के बाद वरुण धवन और डायरेक्टर एटली को दर्शकों की उम्मीदों को समझकर आगे की फिल्मों की योजना बनानी होगी। अच्छी कहानी और दमदार निर्देशन ही किसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर सफल बना सकते हैं। ‘बेबी जॉन’ का प्रदर्शन एक सबक है कि दर्शकों को अब साधारण फिल्मों से ज्यादा उम्मीदें हैं।
वरुण धवन की फिल्म ‘बेबी जॉन’ भले ही बॉक्स ऑफिस पर असफल रही हो, लेकिन इससे यह सीख मिलती है कि फिल्म की कहानी और डायरेक्शन पर विशेष ध्यान देना जरूरी है। बड़े सितारों और हाई-प्रोफाइल प्रमोशन से शुरुआत तो हो सकती है, लेकिन लंबी दौड़ के लिए कहानी का मजबूत होना अनिवार्य है। उम्मीद है कि वरुण धवन अपनी अगली फिल्मों में इस बात का ध्यान रखेंगे और दर्शकों को वह अनुभव देंगे, जो वे देखना चाहते हैं।
‘बेबी जॉन’ ने भले ही उम्मीदों पर पानी फेरा हो, लेकिन इसने यह संदेश जरूर दिया कि दर्शकों को अब साधारण फिल्मों के बजाय कुछ नया और अनोखा चाहिए।