कोलेस्ट्रॉल का असंतुलन हमारे स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। यह न केवल हृदय रोगों का कारण बनता है, बल्कि शरीर के अन्य हिस्सों में भी इसके दुष्प्रभाव दिखाई देते हैं। अक्सर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, खासकर जो मुंह के अंदर नजर आते हैं। आइए जानते हैं कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के ऐसे संकेतों के बारे में, जिन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
Cholesterol के प्रकार और उनका प्रभाव
कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है:
- गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL): यह शरीर के लिए फायदेमंद होता है और हृदय को स्वस्थ रखता है।
- बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL): यह हृदय रोगों का कारण बन सकता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है।
जब बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, तो यह न केवल दिल की सेहत पर असर डालता है, बल्कि मुंह के अंदर भी कुछ अनचाहे लक्षण पैदा करता है।
मुंह के अंदर दिखने वाले Cholesterol बढ़ने के संकेत
1. मुंह में सूखापन (ड्राई माउथ)
मुंह का बार-बार सूखना एक सामान्य समस्या लग सकती है, लेकिन यह कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का संकेत हो सकता है। पानी की कमी और ऑक्सीजन की कमी के कारण शरीर में ड्राइनेस बढ़ सकती है। यदि बार-बार पानी पीने के बावजूद आपका मुंह सूखा महसूस करता है, तो यह बैड कोलेस्ट्रॉल के उच्च स्तर का संकेत हो सकता है।
2. गालों में सूजन और फूले हुए मसूड़े
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे मसूड़ों और गालों में अंदरूनी सूजन हो सकती है। यह सूजन बाहर से गाल फूले हुए दिखने लगते हैं। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है।
3. मसूड़ों में लालिमा और सूजन
मसूड़ों का सामान्य से ज्यादा लाल और सूजा हुआ होना, शरीर में कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का एक और लक्षण है। यह समस्या पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हो सकती है, लेकिन इसे अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है। इस स्थिति को “पीरियोडोंटाइटिस” कहा जाता है, जो मसूड़ों की गंभीर बीमारी बन सकती है।
4. मसूड़ों से खून आना
यदि मसूड़ों से बार-बार खून आता है या ब्रश करने के दौरान खून निकलता है, तो यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत हो सकता है। यह संक्रमण का कारण बन सकता है और मसूड़ों की समस्या को और जटिल कर सकता है।
5. त्वचा पर पीले धब्बे या गांठें
मुंह के आसपास की त्वचा पर पीले रंग की गांठें या धब्बे दिखना, खासकर आंखों और कान के पास, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का संकेत हो सकता है। यह स्थिति “जैंथेलाज्मा” कहलाती है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
Cholesterol बढ़ने से बचाव के उपाय
अगर आप कोलेस्ट्रॉल के इन लक्षणों को पहचानते हैं, तो तुरंत अपने जीवनशैली में बदलाव करें। यहां कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं:
- अपने आहार में अधिक से अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज। तले हुए और ज्यादा वसा वाले खाद्य पदार्थों से बचें।
- दिनभर में 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे और टॉक्सिन्स बाहर निकलें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे चलना, दौड़ना या योग। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
- अगर आपका वजन ज्यादा है, तो इसे नियंत्रित करने की कोशिश करें। वजन घटाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
- धूम्रपान न केवल फेफड़ों के लिए हानिकारक है, बल्कि यह बैड कोलेस्ट्रॉल को भी बढ़ाता है।
नियमित जांच है जरूरी
कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर यह साइलेंट किलर की तरह काम करता है। इसलिए, समय-समय पर ब्लड टेस्ट कराकर कोलेस्ट्रॉल का स्तर जांचते रहें। डॉक्टर के परामर्श से दवाइयां लें और अपनी डाइट और व्यायाम पर ध्यान दें।
निष्कर्ष
कोलेस्ट्रॉल की समस्या से बचने के लिए जागरूक रहना और समय पर लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। अगर आप अपने मुंह में बताए गए किसी भी लक्षण को महसूस करते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। सही समय पर कदम उठाकर आप न केवल अपने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि दिल और शरीर की अन्य बीमारियों से भी बच सकते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और कोलेस्ट्रॉल के खतरों से दूर रहें।