HMPV Virus India: सरकार ने जारी की एडवाइजरी, जानें किन राज्यों में है अलर्ट।
हाल के दिनों में एचएमपीवी वायरस (Human Metapneumovirus) के मामले तेजी से बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। देशभर में अब तक इस वायरस के कई केस सामने आ चुके हैं। खासकर छोटे बच्चों में इस वायरस के संक्रमण का खतरा अधिक देखा गया है। यह वायरस सर्दी, खांसी और सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षणों के साथ सामने आ रहा है, जिससे कई परिवार चिंतित हैं।
भारत में एचएमपीवी वायरस के कुल 6 मामले अब तक सामने आए हैं। अहमदाबाद में सोमवार को 2 महीने का बच्चा इस वायरस से संक्रमित पाया गया। यह बच्चा राजस्थान का रहने वाला है और इलाज के लिए अहमदाबाद लाया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, बच्चे को सर्दी और तेज बुखार की शिकायत थी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुरुआत में बच्चा 5 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहा। जांच के बाद वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई।
कर्नाटक में भी इस वायरस के दो मामले दर्ज किए गए, जहां 3 और 8 महीने के बच्चे संक्रमित पाए गए। पश्चिम बंगाल में 5 महीने का बच्चा इस बीमारी से पीड़ित है और उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। वहीं, तमिलनाडु के चेन्नई में दो और बच्चों में वायरस के लक्षण मिले हैं। हालांकि, उनके बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है।
एचएमपीवी वायरस का पूरा नाम ह्यूमन मेटाप्न्यूमोवायरस है। यह वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है और सर्दी, खांसी, गले में खराश, और बुखार जैसे लक्षण पैदा कर सकता है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों में इसका खतरा अधिक होता है। इस वायरस की पहचान पहली बार 2001 में हुई थी और यह लंबे समय से वैश्विक स्तर पर मौजूद है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बढ़ते मामलों को लेकर कहा कि यह कोई नया वायरस नहीं है। उन्होंने नागरिकों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की। नड्डा ने कहा कि सरकार स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, और गुजरात जैसे राज्यों में एडवाइजरी जारी की गई है। पब्लिक प्लेस पर सुरक्षा उपायों के तहत साफ-सफाई और मास्क पहनने जैसे नियमों का पालन करने की सिफारिश की गई है।
एचएमपीवी वायरस के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं, लेकिन यह संक्रमण गंभीर रूप ले सकता है। इस वायरस के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
गंभीर मामलों में यह संक्रमण निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों में यह अधिक जोखिम भरा हो सकता है।
एचएमपीवी वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए बचाव के उपायों को अपनाना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, इन तरीकों से आप इस वायरस से बच सकते हैं:
सरकार ने वायरस से जुड़ी किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है। सोशल मीडिया पर बढ़ती चर्चाओं के बीच स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्थिति पर पूरी तरह निगरानी रखी जा रही है। पब्लिक प्लेस पर जरूरी सुरक्षा उपाय लागू किए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद जरूरी है। समय पर इलाज और सावधानी से इस वायरस को नियंत्रित किया जा सकता है।
एचएमपीवी वायरस ने देश में स्वास्थ्य व्यवस्था को एक बार फिर सतर्क कर दिया है। यह वायरस भले ही नया नहीं है, लेकिन इसके संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, स्वच्छता का ध्यान रखें और सही जानकारी पर ही भरोसा करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी और विशेषज्ञों की सलाह का पालन करना आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। ध्यान रहे, जागरूकता और सतर्कता से ही इस वायरस के खतरे को कम किया जा सकता है।
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