मेलबर्न में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट का दूसरा दिन भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांच से भरपूर रहा। युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से सबका ध्यान आकर्षित किया। हालांकि, वह अपने पहले शतक से कुछ रन पहले ही चूक गए। उनकी 82 रनों की पारी ने एक ओर जहां टीम इंडिया को मजबूती दी, वहीं दूसरी ओर उन्होंने दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का 22 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
ऑस्ट्रेलिया ने खड़ा किया विशाल स्कोर
दूसरे दिन की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई टीम मजबूत स्थिति में थी। उनके स्टार बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने बेहतरीन शतक लगाते हुए टीम को पहली पारी में 474 रनों तक पहुंचाने में मदद की। स्मिथ ने 140 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें उनकी तकनीकी कौशल और धैर्य का बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला।
भारत के लिए गेंदबाजी की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा ने संभाली। बुमराह ने एक बार फिर से अपनी घातक गेंदबाजी का प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट झटके, जबकि जडेजा ने 3 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को काफी परेशान किया।
भारत की खराब शुरुआत, रोहित शर्मा फिर फ्लॉप
ऑस्ट्रेलिया के विशाल स्कोर का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। कप्तान और सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा एक बार फिर अपनी फॉर्म के लिए संघर्ष करते नजर आए। वह केवल 8 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हो गए।
रोहित के जल्दी आउट होने के बाद टीम पर दबाव बढ़ गया, लेकिन युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने मोर्चा संभाला। उन्होंने अनुभवी बल्लेबाज केएल राहुल के साथ मिलकर भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की और स्कोर को 50 रन के पार ले गए।
जायसवाल की जुझारू पारी, लेकिन शतक से चूके
केएल राहुल के 24 रन पर आउट होने के बाद, विराट कोहली ने क्रीज पर आकर जायसवाल का साथ दिया। दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर प्रहार किया और टीम के लिए 100 रनों से ज्यादा की साझेदारी की।
हालांकि, एक गलतफहमी के चलते यह साझेदारी टूट गई। रन चुराने की कोशिश में यशस्वी और कोहली के बीच तालमेल बिगड़ गया। यशस्वी तेज रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए। पैट कमिंस के तेज थ्रो पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने गिल्लियां बिखेर दीं।
जायसवाल ने अपनी पारी में 118 गेंदों का सामना किया और 82 रन बनाए। उनकी पारी में 11 चौके और 1 छक्का शामिल था। हालांकि शतक पूरा न कर पाने का अफसोस उनके चेहरे पर साफ झलक रहा था।
सचिन तेंदुलकर का 22 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा
यशस्वी जायसवाल भले ही शतक से चूक गए, लेकिन उनकी इस पारी ने सचिन तेंदुलकर के एक बड़े रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। साल 2002 में सचिन ने 16 टेस्ट मैचों की 26 पारियों में 1392 रन बनाए थे। इसमें उनके 4 शतक और 5 अर्धशतक शामिल थे।
अब यशस्वी ने 2024 में 15 टेस्ट मैचों की 28 पारियों में 1394 रन बनाकर यह रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इसके साथ ही, वह इस साल टेस्ट क्रिकेट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।
जायसवाल की पारी पर विशेषज्ञों की राय
यशस्वी की इस पारी ने क्रिकेट विशेषज्ञों और प्रशंसकों का दिल जीत लिया। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने उनकी बल्लेबाजी को सराहा और कहा
“यशस्वी में लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट की रीढ़ बनने की क्षमता है। उनका धैर्य और तकनीक भविष्य में और भी बड़े रिकॉर्ड बनाएगी।”
वहीं, गौतम गंभीर ने उनके रन आउट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यशस्वी को ऐसी गलतियों से सीख लेकर आगे बढ़ना होगा।
क्या आगे बड़ा शतक बनाएंगे यशस्वी?
मेलबर्न टेस्ट के इस प्रदर्शन से यह तो साफ है कि यशस्वी जायसवाल का आत्मविश्वास बढ़ा है। उनकी तकनीकी और मानसिक तैयारी शानदार है। अगर वह अपनी गलतियों से सीखते हुए आगे बढ़े, तो आने वाले मैचों में उनका बड़ा शतक देखना कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी।
यशस्वी की पारी ने उम्मीदें बढ़ाईं
यशस्वी जायसवाल की 82 रनों की पारी न केवल भारत के लिए महत्वपूर्ण रही, बल्कि यह उनके क्रिकेट करियर के लिए भी मील का पत्थर साबित हुई। सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ना उनकी प्रतिभा और मेहनत को दर्शाता है। हालांकि, शतक से चूकने का मलाल रहेगा, लेकिन यह उनकी आगे की यात्रा को प्रेरित करेगा।
भारतीय क्रिकेट प्रेमी अब उम्मीद कर रहे हैं कि यशस्वी अपनी प्रतिभा को और निखारते हुए आने वाले मैचों में और भी बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। मेलबर्न टेस्ट भले ही एक टीम प्रयास का हिस्सा हो, लेकिन यशस्वी की इस पारी को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।