भारतीय शेयर बाजार में 2025 में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। कई कंपनियां अपने कोर बिजनेस पर फोकस करने और अलग-अलग यूनिट्स को स्वतंत्र रूप से काम करने का मौका देने के लिए डीमर्जर (Demerger) का ऐलान कर चुकी हैं। यह निवेशकों के लिए नए अवसर और संभावनाएं लेकर आएगा। आइए जानते हैं कि किन कंपनियों के डीमर्जर अगले साल चर्चा में रहेंगे।
ITC Demerger: होटल व्यवसाय की नई शुरुआत
ITC ग्रुप, जो होटल से लेकर सिगरेट तक के कारोबार में सक्रिय है, अपने होटल व्यवसाय को अलग करने की योजना बना चुका है।
- रिकॉर्ड डेट: शुक्रवार, 6 जनवरी 2025
- डीमर्जर रेश्यो: ITC के हर 10 इक्विटी शेयरों पर ITC Hotels का 1 शेयर मिलेगा।
- हिस्सेदारी: ITC के पास ITC Hotels में 40% हिस्सेदारी होगी।
इस कदम के जरिए ITC होटल व्यवसाय को एक स्वतंत्र पहचान देने की तैयारी में है।
Vedanta Demerger: अलग-अलग व्यवसायों की स्वतंत्रता
अरबपति अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता ने विभिन्न व्यवसायों को अलग-अलग स्वतंत्र कंपनियों में बांटने की योजना बनाई है।
- नए यूनिट्स:
- Vedanta Aluminium
- Vedanta Oil & Gas
- Vedanta Steel & Ferrous Materials
- Vedanta Power
डीमर्जर रेश्यो: वेदांता के 1 शेयर के बदले हर नई कंपनी का 1 शेयर मिलेगा। हालांकि, बेस मेटल्स को पैरेंट कंपनी के भीतर ही रखा जाएगा।
Aditya Birla Fashion & Retail Demerger: नया नाम, नई पहचान
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल (ABFRL) ने अपने मदुरा फैशन और लाइफस्टाइल व्यवसाय को अलग करने की योजना बनाई है।
- नए यूनिट का नाम: ABLBL
- डीमर्जर रेश्यो: ABFRL के हर 1 शेयर पर ABLBL का 1 शेयर मिलेगा।
इस कदम से कंपनी को अपने फैशन और लाइफस्टाइल व्यवसाय को अलग पहचान देने में मदद मिलेगी।
Siemens Demerger: ऊर्जा व्यवसाय की नई दिशा
मई 2024 में Siemens ने अपने ऊर्जा व्यवसाय को अलग इकाई बनाने का फैसला किया।
- डीमर्जर रेश्यो: Siemens के प्रत्येक शेयर के बदले नई कंपनी का 1 शेयर मिलेगा।
यह कदम ऊर्जा क्षेत्र में नए अवसर प्रदान करने का वादा करता है।
Tata Motors Demerger: दो अलग-अलग व्यवसाय
टाटा मोटर्स ने अपने कमर्शियल और पैसेंजर वाहन व्यवसायों को अलग-अलग कंपनियों में बांटने का फैसला किया है।
- नई कंपनियां:
- Tata Motors Commercial Vehicle Limited (TMLCV)
- Passenger Vehicle Segment
डीमर्जर रेश्यो: टाटा मोटर्स के हर शेयर पर नई कंपनी का 1 शेयर मिलेगा।
इन Demergers का असर और निवेशकों के लिए संभावनाएं
डीमर्जर के फैसले से कंपनियां अपने कोर बिजनेस पर बेहतर तरीके से फोकस कर सकेंगी। निवेशकों को नई स्वतंत्र कंपनियों के शेयर मिलेंगे, जिससे उनके पोर्टफोलियो में विविधता आएगी।
2025 में ये डीमर्जर शेयर बाजार में बड़ा एक्शन लेकर आएंगे। निवेशकों के लिए यह समय अपने निवेश रणनीति पर विचार करने और इन संभावनाओं का लाभ उठाने का है।