Vande Bharat Train: श्रीनगर से कटरा तक यात्रा में बचाएं समय, पढ़ें पूरी जानकारी।

भारत के उत्तरी क्षेत्र में रेलवे के विकास ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर और कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेनों की शुरुआत होने जा रही है। यह नया रेल मार्ग, जो उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है, यात्रियों को तेज, सुरक्षित और कुशल यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने वाले हैं।

श्रीनगर से कटरा: वंदे भारत ट्रेन की विशेषताएं

श्रीनगर से कटरा तक की कुल दूरी 203 किलोमीटर है, जिसे वंदे भारत ट्रेनें मात्र 3 घंटे 10 मिनट में पूरा करेंगी। इस मार्ग में 38 सुरंगें और 927 पुल शामिल हैं। सबसे लंबी सुरंग T-50 है, जो 12.8 किलोमीटर लंबी है। इन संरचनाओं ने इसे एक इंजीनियरिंग चमत्कार बना दिया है। सुरंगों और पुलों की कुल लंबाई क्रमशः 119 और 13 किलोमीटर है, जिससे आधी यात्रा इन संरचनाओं के माध्यम से पूरी होती है।

इस रूट पर दो वंदे भारत एक्सप्रेस और एक मेल एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत की जाएगी। वंदे भारत ट्रेनें अपनी सेमी-हाईस्पीड तकनीक और अत्याधुनिक सुविधाओं के लिए जानी जाती हैं। यह ट्रेनें न केवल समय की बचत करेंगी, बल्कि यात्रियों के लिए एक आरामदायक सफर का भी वादा करती हैं।

ट्रेन शेड्यूल और स्टॉपेज

पहली वंदे भारत एक्सप्रेस, श्री माता वैष्णो देवी कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन, कटरा से सुबह 8:10 बजे रवाना होगी और 11:20 बजे श्रीनगर पहुंचेगी। यह ट्रेन हफ्ते में छह दिन चलेगी और बीच में सात स्टेशनों – रियासी, सवालकोट, संगलदान, रामबन, बनिहाल, काजीगुंज, और बिजबेहरा – पर रुकेगी।

दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दोपहर 12:45 बजे श्रीनगर से कटरा के लिए प्रस्थान करेगी और 3:55 बजे पहुंचेगी। इस ट्रेन का सफर साढ़े तीन घंटे का होगा और यह यात्रियों के लिए एक और तेज़ विकल्प प्रदान करेगी।

मेल एक्सप्रेस ट्रेन, जो हफ्ते में दो दिन संचालित होगी, कटरा से सुबह 9:50 बजे और दोपहर 3:00 बजे रवाना होगी। वापसी में यह ट्रेन सुबह 8:55 बजे श्रीनगर से रवाना होगी और दोपहर 12:05 बजे कटरा पहुंचेगी।

वंदे भारत ट्रेन से जुड़े लाभ

इस परियोजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह श्रीनगर और कटरा के बीच कनेक्टिविटी को सुधारने के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को बढ़ावा देगी। वैष्णो देवी जाने वाले श्रद्धालुओं को अब तेज और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। इसके अलावा, यह ट्रेनें स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने में मदद करेंगी।

वंदे भारत ट्रेन अपनी बेहतरीन सेवाओं के लिए प्रसिद्ध है। इसमें यात्रियों को बेहतर बैठने की व्यवस्था, आधुनिक सुविधाएं और तेज गति के साथ सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलता है।

203 किलोमीटर लंबा नया रेल मार्ग

कटरा-श्रीनगर रेल मार्ग को एक इंजीनियरिंग चमत्कार के रूप में देखा जा रहा है। यह मार्ग 38 सुरंगों और 927 पुलों से होकर गुजरता है। सबसे लंबी सुरंग T-50 और सबसे लंबे पुलों में शामिल 13 किलोमीटर की संरचनाएं इसे दुनिया के सबसे चुनौतीपूर्ण रेल प्रोजेक्ट्स में से एक बनाती हैं। इस रूट पर ट्रेन का ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है, जिससे इस सेवा को जल्द शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।

पर्यटन और क्षेत्रीय विकास में योगदान

इस परियोजना का असर केवल कनेक्टिविटी तक सीमित नहीं है। वंदे भारत ट्रेन से जम्मू-कश्मीर के पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यह सेवा एक वरदान साबित होगी। इसके अलावा, यह क्षेत्रीय व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा देगा।

रेलवे की यह पहल सरकार की ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ योजनाओं के तहत आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। वंदे भारत ट्रेनें पूरी तरह स्वदेशी तकनीक पर आधारित हैं और इनके निर्माण में भारतीय इंजीनियरों ने अहम भूमिका निभाई है।

श्रीनगर से कटरा के बीच वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के लिए एक नई सुबह का प्रतीक है। यह न केवल लोगों को तेजी से यात्रा करने में सक्षम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र में विकास और समृद्धि की नई राहें खोलेगी। रेलवे की यह पहल एक ऐतिहासिक कदम है, जो जम्मू-कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के प्रयासों का हिस्सा है।

इस नई रेल सेवा के जरिए न केवल श्रद्धालु और पर्यटक लाभान्वित होंगे, बल्कि यह सेवा स्थानीय निवासियों के लिए भी सुविधाजनक साबित होगी। वंदे भारत ट्रेन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारत की रेल सेवाएं कैसे आधुनिक तकनीक और सुविधाओं के साथ यात्रियों की जरूरतों को पूरा कर रही हैं।

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